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सड़क सुरक्षा के संकेत, road Sign क्या है, Road signal का उपयोग कैसे करे, road signal का परिचय, road safety signal का परिचय, road signal ki jankari, Road signal ka Upyog kaise kare, Road sign kya hai in Hindi.
रोड संकेत ka Upyog kaise kare | signs in driving – Road sign kya hai?
नमस्कार, apna sandesh वेब पोर्टल पर आप सभी का स्वागत है. दोस्तों सड़क सुरक्षा के इस संकेत में सिग्नल यह यातायात को सुचारु रूप से आगे चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हमें अपनी सुरक्षा नियमित रूप से करनी है सड़क पर लगे हुए सिग्नल का पालन व्यवस्थित रूप से करना चाहिए, अन्यथा इन से दुर्घटना हो सकती है. इसीलिए हर एक व्यक्ति जो वाहन चलाता है या फिर रास्ते का उपयोग करता है वह इन बातो से परिचित होना चाहिए.
सड़क सुरक्षा के संकेत, रस्ता चिन्ह क्या है,रोड signal का उपयोग कैसे करे, रोड signal का परिचय, रोड safety signal का परिचय, यह सभी जानकारी हम हिन्दी में देखने वाले है, तो दोस्तों सड़क सुरक्षा यह हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. तो आइये इसे समझते है.
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जब हम road cross करते है तब दिशा के इंडिकेटर सिग्नल का उपयोग नहीं किया जाता है या जब दिशा के इंडिकेटर सिग्नल और स्टॉप लाइट का उपयोग जरुरी तथा अनिवार्य हो तब इसे उपयोग करे.
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The main 3 categories of traffic signs in driving –
यातायात के संकेतो को मुख्य ३ श्रेणियों में बाटा गया है. signs in driving
- अनिवार्य / विनियामक संकेत – Mandatory / Regulatory Signs
- चेतावनी देने वाले संकेत – Cautionary Signs
- सूचना के संकेत – Information Signs
विशिष्ट चेतावनी संकेत / Specific warning signs in driving: –
दाए / बाए हाथ का संकेत [Right hand sign] :-
यह संकेत हमें यह दर्शाता है की जब सड़क की दिशा बदलती है. यह संकेत वाहन चालक पहले से चेतावनी देता है की वह गति धीमी करे और सावधानी से सड़क पर आगे बढे. signs in driving. signs in driving
दाए / बाए हेयर पिन बैंड [Right / left pin band] :-
इस संकेत का उपयोग तब किया जाता है जब दिशा में इतना बदलाव है की इसमें दिशा बदलना संभव है. यहाँ संकेत के एलाइनमेंट [Alignment] पर निर्भर करते हुए दाए या बाए झुका होता है.signs in driving. signs in driving
दाए / बाए रिवर्स बैंड [Right / left reverse band]:-
दोस्तों यह संकेत हमें यह दर्शाता है की जब रिवर्स बैंड का स्वरूप आने वाले यातायात के लिए स्पष्ट नहीं है और इससे खतरा होता है. यदि पहला घुमाव दाई और है तो दाए रिवर्स बैंड का उपयोग किया जाएगा, यदि पहला घुमाव बाई और है तो बाए रिवर्स बैंड का उपयोग किया जाएगा.
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नैरो ब्रिज [narrow bridge] :-
यह संकेत आगे सड़क पर पुल होने पर लगाया जाता है , जहा कर्व या व्हील गार्ड के बिच की चौड़ाई सामान्य चौड़ाई से कम है.signs in driving. signs in driving
मीडियन में गैप [Gap in the median] :-
यह संकेत हमें ये दर्शाता है की अंतर डिवाइड किए गए रस्ते के बिच में एक अंतर के बाद एक चौराहे पे लगाया जाता है. signs in driving. signs in driving
संकरी सड़क [Narrow road]:-
यह संकेत आम तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में लगाया जाता है , जहा रास्ते की चौड़ाई अचानक कम हो जाने से यातायात को खतरा हो सकता है.
टू वे ऑपरेशन [Two way operation]:-
यह संकेत रास्ते के यातायात के चलने में होने वाले पैटर्न के बदलाव के बारे में ड्राइवर को चेतावनी देने हेतु उपयोग किया जाता है ताकि यातायात केवल एक दिशा में जाए.
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लेन बंद होना [Lane closures] :-
इस संकेत से मल्टी लेन हाइवे पर रास्ते के एक हिस्से के बंद हो जाने पर ड्राइवर को चेतावनी दी जाती है.
सड़न साइड विंड [Decan side wind] :-
यह संकेत हमें यह दर्शाता है की ड्राइवर को अचानक बगल से हवा आने के खतरे के बारे में चेतावनी देता है, जिससे यात्रियों का जीवन खतरे में पढ़ जाता है. यह संकेत उन स्थानों पर लगाया जाता है जहा मौसम बदलते रहता है.
गार्ड रहित रेलवे क्रॉसिंग [Guardless railway crossing]
:-
यह संकेत हमें रेलवे की ऐसी क्रॉसिंग के पास वाले मार्गो पर लगाया जाता है जहा कोई गेट या बेरियर नहीं है. एक उन्नत चेतावनी ( दो बार सहित ) २०० मीटर की दुरी पर लगाया जाता है और दूसरा ( एक बार सहित ) क्रॉसिंग के पास लगाया जाता है.
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गार्ड वाली रेलवे क्रॉसिंग [Guard railway crossing] :-
यह संकेत हमें गार्ड वाली रेलवे क्रॉसिंग के पास वाले मार्गो पर लगाया जाता है. एक उन्नत चेतावनी (दो बार सहित) २०० मीटर की दुरी पर लगाया जाता है और दूसरा (एक बार सहित) क्रॉसिंग के पास लगाया जाता है.
खतरनाक खड्ढा [Dangerous pole] :-
यह संकेत ऐसे स्थान पर उपयोग किया जाता है जहा सड़क में यातायात के चलने के लिए पर्याप्त असुविधा होती है या होने की संभावना होती है जिसमे जीवन को खतरा हो सकता है.
स्पीड ब्रेकर [Speed breaker] :-
इस संकेत से ड्राइवर को स्पीड ब्रेकर की उपस्थिति की चेतावनी मिलती है.
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स्पीड की सिमा और वाहन नियंत्रण के संकेत – signs in driving :-
स्पीड की सिमा [Speed limit]:-
यह संकेत सड़क के एक हिस्से या प्रतिबंधित स्पीड वाले हिस्से की शुरुवात में लगाया जाता है, जहा की. मि. प्रति घंटा में स्पीड की सीमा लिखी जाती है.
चौड़ाई की सीमा [Width limit]:-
यह संकेत ऐसे स्थान पर लगाया जाता है जहा एक विशेष चौड़ाई से अधिक चौड़ाई वाले वाहनों का प्रवेश वर्जित है.
ऊंचाई की सिमा [Height limit]:-
यह संकेत हमें दर्शाता है की ऐसे स्थानों पर लगाया जाता है, जहा ऊपरी बनावट आगे निकली हुई है, जहा ऐसे वाहनों का प्रवेश वर्जित है जिनकी उचाई एक निश्चित सिमा से अधिक है.
लम्बाई की सिमा [Length limit]:-
यह संकेत हमें ऐसे स्थानों पर लगाया जाता है जहा एक विशेष लम्बाई वाले वाहनों का प्रवेश वर्जित है.
भार की सिमा:-
यह संकेत हमें ऐसे स्थानों पर उपयोग किया जाता है ,जहा उन वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबन्ध है, जिन पर लादा गया भाग एक निश्चित सिमा से अधिक है.
तो दोस्तों इस तरह से हमें सड़क सुरक्षा उपायों और यातायात नियम, संकेतो का पालन करना है. क्योंकि आप यदि इन नियमो का पालन करते है तो अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा कर सकते है.
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Inspection supervision:
Overview:- रोड संकेत ka Upyog kaise kare | Road sign kya hai?
Name- रोड संकेत ka Upyog kaise kare,
मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को यह लेख जरूर पसंद आया होगा, मैंने अपनी तरफ से रोड संकेत ka Upyog kaise kare |के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है, फिर भी यदि इस बारे में जानकारी छूट गयी या मिस हो गई तो हमें कमेंट करके जरूर बताये,
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